वीर बहेलिया सैनिक
बहेलियों का विभिन्न राजाओं के सैनिकों के रूप में उल्लेख मिलता है। उन्हें आदिम हिन्दू सैनिक बताया गया है। बहेलियों की सेना पुराने समय में होती थी। आजकल राजपूत, जाट, डोगरा, सिख, मराठा आदि रेजिमेंटो के समान उस समय भी सैनिक जाति जिसे मार्शियल रेस कहते हैं, सेनाऐं होती थीं। काशिराज के यहाँ बहेलिया सैनिक थे। काशिराज चेतसिंह व भारत के प्रथम गवर्नर जनरल वाॅरन हैसटिंग के काशी युद्ध में बहेलिया सैनिक- राजा चेतसिंह की माता की तरफ़ से अंग्रेजों से युद्ध किये थे। राज्य के विलय हो जाने के पश्चात भी काशीराज के बहेलिया सैनिकों को भी पेंशन मिलती है। इससे प्रकट होता है कि बहेलिया जाती कशमीर से काशी तक उत्तर भारत के राजाओं के यहाँ सेना में कार्य करती थी।शाकुनिक: बहेलियों की फौजें होती थीं। काशी के महाराज चेतसिंह के यहाँ सन् 1784 ईं तक बहेलियों की सेना थी। वे अंग्रेजों से युद्ध किये थे। मध्य युगीय मुस्लिम काल तथा मुस्लिम राजाओं या बादशाहों के यहाँ इस प्रकार की फ़ौज रहती थीं।(1) "II कॉस्टयूम एंटीको ई मॉडर्नो" फ्लोरेंस 1824 में गिउलिओ फेरारियो ने प्राचीन भारतीय सैनिक के रूप में बहेलिया सैनिक का उ...